




केशकाल महफूज अली –भारतमाला प्रोजेक्ट जो की छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को सीधे वालटियर आंध्र प्रदेश के बंदरगाह से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसे अगले 2 साल में पूरा होना है छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले को भारतमाला प्रोजेक्ट के दो फेस के ठेकेदारों ने जिसमें 2 किलोमीटर लंबी टनल फेस टू में बनने जा रही है वहीं फेस 3, इन दोनों का ठेका हैदराबाद की कंपनी के वी इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया गया है के वी इन्फ्रास्ट्रक्चर ने पेटी कंस्ट्रक्शन के रूप में दुर्ग के ठेकेदार अमर कंस्ट्रक्शन को फेस 3 का ठेका दे दिया, फेस 3 के ठेकेदार के गुर्गों ने कोंडागांव जिले के किसानों को प्रलोभन देकर उनसे ऐन केन प्रकार से स्टांप पेपर में साइन करवाकर यह आश्वासन दिया कि आपकी जमीन से मिट्टी, मुरूम,निकालकर आपकी जमीन को उपजाऊ खेती लायक जमीन बनाकर देंगे, लेकिन ठेकेदारों के गुर्गों के द्वारा उक्त किसानों की भूमि में 10से20 फीट गहरा गड्ढा खोदकर मुरूम निकालकर भारतमाला प्रोजेक्ट के रोड में डाल दिया गया और किसानों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया अब किसान परेशान है ना तो वह अपनी जमीन में खेती कर पा सकते हैं ना ही उनकी अब वह जमीन कृषि योग्य बची है अब किसान परेशान है विधायक केशकाल से उन्होंने गुहार लगाई है साथ ही अब वह आगे कोंडागांव जिले के कलेक्टर कुणाल दुदावत को भी आवेदन देने की योजना बना रहे हैं वहीं राज्य शासन तक भी उक्त ठेकेदार की शिकायत करने की बात कर रहे हैं।
भारतमाला के ठेकेदारों से जब हमारे संवाददाता ने बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि हमने स्टांप बनवाकर विधिवत किसानों की जमीन से मुरूम निकालने का काम किया है और जो भी है वह हम देख लेंगे, जब खनिज विभाग कोंडागांव से इस विषय पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि भारतमाला प्रोजेक्ट में जो मुरूम और मिट्टी डाली जा रही है उसकी किसी भी प्रकार की रॉयल्टी अभी तक प्रशासन या राज्य शासन को जमा नहीं की गई है। ठेकेदार को नोटिस जारी किया जाएगा और अधिभार के साथ पेनल्टी के साथ पुरी रॉयल्टी की राशिवसूली
फिलहाल किसान अपनी भूमि में 20 फीट गहरा गड्ढा देखकर हतभ्रत है वहीं अब किसानों के सामने आत्महत्या करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है।
